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नई दिल्ली , राजधानी दिल्ली के छावला क्षेत्र में मिले क्षत-विक्षत शव की अंतत: पहचान हो गई है। युवक का शव खून से लथपथ हालत में शनिवार सुबह मिला था। हमलावरों ने युवक पर 25 से अधिक चाकू से वार किए थे। पुलिस को छावला-बिजवासन रोड पर खेतों के किनारे झाडिय़ों में शव पड़ा मिला था। युवक के पास से ऐसी कोई चीज बरामद नहीं हो सकी थी, जिससे उसकी पहचान हो सके।
पुलिस ने आपसी रंजिश या अवैध संबंधों में हत्या का शक जता रही थी, जो सही साबित हुआ। युवक के हाथ पर ओम गुदा हुआ था। क्राइम व फरेंसिक टीमों ने क्राइम सीन व शव का जायजा लिया। हत्या और सबूत नष्ट करने की एफआईआर दर्ज कर जांच आगे बढ़ाई गई। डीसीपी ऐंटो अलोफोंस ने बताया कि इलाके में शख्स के फोटो चिपकाए गए और बाजार में, राहगीरों आदि को उसकी तस्वीरें बांटकर उसकी पहचान पता करने की कोशिश की गई।
आखिरकर पुलिस को कामयाबी मिली। पुलिस को लगा कि शव लापता अमित कुमार उर्फ जऩी का हो सकता है, जो सागरपुर इलाके की गीतांजलि कॉलोनी में रहता था। परिवार से संपर्क किया गया तो पता चला कि शव उसी का था।
पुलिस ने जॉनी की पत्नी और परिवार से पूछताछ की गई। परिवार ने बताया कि कुछ रोज पहले पत्नी के दोस्त सचिन से जॉनी रका झगड़ा हुआ था। इसके बाद सचिन के घर दबिश डाली लेकिन वह 7 दिसंबर से ही गायब मिला। इसके बाद पुलिस की एक टीम ने उसे पकड़ लिया और उसने बताया कि उसने जऩी की हत्या की थी ताकि वह अपने बचपन के प्यार(उसकी पत्नी) से शादी कर सके।
जब 2011 में जॉनी और नित्या(बदला हुआ नाम) की शादी फिक्स हुई थी, उस वक्त भी दोनों भागने की फिराक में थे लेकिन शादी हो गई। इसके बाद भी दोनों गुप्त मुलाकातें करते रहे। सितंबर तक सबकुछ वैसे ही चलता रहा लेकिन जॉनी ने एक दिन नित्या के साथ सचिन के फोटोज देख लिए और मेसेज भी पढ़े। नित्या ने वादा किया कि वह सचिन से दोबारा नहीं मिलेगी। सचिन इस बात के लिए तैयार नहीं था और नित्या से मिलने के लिए वह एक दिन उसके घर पहुंच गया। जॉनी ने उसे उसके परिवार से दूर रहने के लिए कहा, उसके बाद उसने जॉनी का कत्ल करने का फैसला कर लिया।
7 दिसंबर को सचिन ने जॉनी से मुलाकात के लिए बुलाया। वह अपने दो दोस्तों सनी और बबलू के साथ पहुंचा और जऩी पर चाकुओं से वार कर उसे मार डाला।