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हिंदुओं पर हमले के विरोध में विश्व हिंदु परिषद का आज बांग्लादेश हाईकमीशन के सामने प्रदर्शन

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बांग्लादेश में खास संप्रदाय के लोगों द्वारा मंदिरों और हिंदुओं के 70 घरों पर हमला करने के मामले में दिल्ली में आज विश्व हिंदू परिषद के हज़ारों कार्यकर्ता बांग्लादेश हाईकमीशन के सामने प्रदर्शन करेंगे.

विश्व हिंदू परिषद की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि, बांग्लादेश, पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं का नरसंहार चल रहा है. संयुक्त राष्ट्र संघ आंख बंद कर बैठा है. जिस तरह से हिंदुओं का नर संहार हो रहा है साफ तौर पर लग रहा है कि बांग्लादेश को हिंदू विहीन देश बनाने की तैयारी है.

हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है- विश्व हिंदु परिषद

विश्व हिंदु परिषद ने कहा कि, शेख हसीना सरकार इन आतंकियों की प्रेरक है. बांग्लादेश सरकार ने रोकने की कोशिश नहीं की, उल्टा उन्होंने भारत सरकार को चेतावनी दी. बांग्लादेश संवैधानिक तौर पर मुस्लिम देश है और जितने भी ऐसे देश हैं उन सब का चरित्र एक जैसा है. वहां से अल्पसंख्यकों को साफ किया जा रहा है. बांग्लादेश बनने के बाद ही वापस हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है.

उन्होंने आगे कहा कि, 1951 में 22% हिन्दू थे आज की तारीख में 7% ही हिन्दू हैं. कहां गए वो हिन्दू? पिछले 10 दिनों में 150 से अधिक दुर्गा पूजा पंडाल नष्ट किए गए. 362 से ज्यादा मूर्तियां नष्ट की गई. 1000 से अधिक हिन्दू घायल हुए अब तक 12 हिन्दू मारे जा चुके हैं. महिलाओं के साथ सार्वजनिक तौर पर सामूहिक बलात्कार किए गए. बांग्लादेश की सरकार को चेतावनी देते हुए कहा अगर आप आगे बढ़ना चाहते हैं तो अपनी छवि बदलनी होगी. एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बनाना होगा और कट्टरपंथियों पर लगाम लगानी होगी.

बांग्लादेश सरकार पर भारत दबाव बनाए- विश्व हिंदु परिषद

विश्व हिंदु परिषद ने चेतावनी देते हुए कहा कि, अगर शेख हसीना को लगता है कि वह नहीं कर सकते तो वह भारत सरकार से मदद मांग सकते हैं. 1971 की तरह हम मदद कर सकते हैं. हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए और हिंदुओं पर होने वाले अत्याचारों पर लगाम लगाएं. कश्मीर जो विकास की राह पर आगे बढ़ा तो पाकिस्तान में आतंकी देश से शुरू कर दी है कुछ अलगाववादियों की मदद से आतंकियों ने छांट कर हिंदुओं से जांच की जा रही है.

भारत सरकार पाकिस्तान को शत्रु देश घोषित करें. इसका फैसला क्रिकेट के मैदान में नहीं बल्कि सीमा पर सेना के जवान करते हैं. कोई क्रिकेट नहीं, कोई दोस्ती के संबंध में पाकिस्तान के साथ शत्रु जैसा व्यवहार करें. चाहें भारत हो या पाकिस्तान या तो फैसला कहीं और दुश्मन के साथ फैसला क्रिकेट के मैदान पर नहीं होगा. वो युद्ध करें और हम दोस्ती करें इसे समझदारी नहीं कहा जाएगा.

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