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Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंत्रिमंडल के शपथग्रहण के बाद अब नाराज़ विधायकों को मनाने में जुट गए हैं. राज्य सरकार ने नाराज़ विधायकों को मनाने का एक नया फार्मूला निकाला है. इसी फार्मूले के तहत छह विधायकों को मुख्यमंत्री का सलाहकार नियुक्त किया गया है.
मुख्यमंत्री के सलाहकार बनाए गए विधायकों में दो विधायक बाबू लाल नागर और संयम लोढ़ा निर्दलीय हैं, जबकि डॉक्टर जितेंद्र सिंह, राजकुमार शर्मा, दानिश अबरार और रामकेश मीणा कांग्रेस के ही विधायक हैं.
गहलोत मंत्रिमंडल में हुआ फेरबदल
अशोक गहलोत मंत्रिमंडल में बहुप्रतीक्षित फेरबदल रविवार को पूरा हो गया, जब सत्तारूढ़ कांग्रेस के 15 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र ने 11 विधायकों को कैबिनेट और चार विधायकों को राज्य मंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. राज्य में विधानसभा 200 सीटों की हैं और उसके हिसाब से अधिकतम 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं और यह संख्या अब पूरी हो गई है.
शपथ ग्रहण समारोह के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, “मंत्रिपरिषद का यह पुनर्गठन विशेष परिस्थितियों में हुआ है, जिसमें हम कुछ जिलों को प्रतिनिधित्व नहीं दे पाएं, पर हम उन जिलों का विशेष ध्यान रखेंगे. पहली बार चुनकर आए विधायकों को मंत्री नहीं बनाया गया.”
गहलोत ने आगे कहा, “ऐसे कई लोग लग चुके हैं, कई लोग लग जाएंगे प्रक्रिया लगातार चल रही है. अभी मुख्यमंत्री के सलाहकार बनेंगे, संसदीय सचिव बनेंगे, बोर्ड कारपोरेशन के चेयरमेन बनेंगे, तो प्रयास है कि अधिकांश विधायकों को हम लोग किस प्रकार से समायोजित करें.’