मॉस्को, कोरोना की वैक्सीन को लेकर रूस ने दावा किया है कि 10 से 12 अगस्त के बीच कोरोना महामारी की वैक्सीन को लॉन्च कर दिया जाएगा। जानकारी के लिए आपको बता दें कि यह वैक्सीन कोरोना को मात देने के लिए दुनिया की पहली वैक्सीन है।
खबर के मुताबिक लॉन्च को लेकर सारी तैयारियां पूरी हो चुकीं हैं। बताया जा रहा है कि पहले इसे रजिस्टर्ड किया जाएगा और फिर 3 से 7 दिनों के अंदर ये वैक्सीन लोगों के लिए बाज़ार में उपलब्ध होगी। जानकारी के अनुसार इस वैक्सीन को गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर आफ ऐपीडेमीलॉजी एंड माइक्रोबॉयोलॉजी ने तैयार किया है।
स्पूतनिक न्यूज ने रक्षा मंत्रालय के हवाले से कहा कि इस टीके को लगाने के बाद नतीजे बहुत सकारात्मक सामने आए हैं। ट्रायल किए जा रहे व्यक्ति की इम्यूनिटी सिस्टम बेहतर रिस्पांस कर रही थी। वहीं लोगों पर इसका कोई इफेक्ट नहीं पड़ा। वॉलंटियर का बुरडेंको हॉस्पिटल में टेस्ट किया गया। गामालेया इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों का कहना इस वैक्सीन को आम जनता के इस्तेमाल के लिए 10 अगस्त तक मंजूरी दिलवा लेंगे, लेकिन सबसे पहले फ्रंटलाइन हेल्थवर्कर्स को दी जाएगी। यानी वो लोग कोरोना के इलाज में जुटे हैं।
इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने रूस की इस वैक्सीन को लेकर कई तरह की चिंताएं जाहिर की है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि रूस ने वैक्सीन बनाने के लिए तय गाइडलाइंस का पालन नहीं किया है, ऐसे में इस वैक्सीन की सफलता पर भरोसा करना मुश्किल है। डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता क्रिस्टियन लिंडमियर ये कहकर सबको चौंका दिया कि अगर किसी वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल किए बगैर ही उसके उत्पादन के लिए लाइसेंस जारी कर दिया जाता है, तो इसे खतरनाक मानना ही पड़ेगा।
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