नईदिल्ली, दुनिया में सर्वाधिक शतक ठोकने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर के कई शतक अंपायर के खराब निर्णय के चलते भी अधूरे रह गए। इंटरनैशनल क्रिकेट में 100 शतक जमाने वाले इस बल्लेबाज को कई बार तब अंपायरों के गलत निर्णय का शिकार होना पड़ा है, जब वह शतक के बेहद करीब 90एस पर बल्लेबाजी कर रहे होते थे। ऐसी ही गलती दिग्गज अंपायर साइमन टॉफेल से इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए ट्रेंट ब्रिज (2007) टेस्ट में हुई। लेकिन टॉफेल कहते हैं उस गलती के बाद मैं और सचिन बहुत अच्छे दोस्त बन गए।
उन्होंने बताया कि सचिन तेंडुलकर को गलत आउट देने के बाद उनसे दोस्ती और गहरी हो गई।
टॉफेल 2007 के उस ट्रेंट ब्रिज टेस्ट में अंपायरिंग कर रहे थे। जब तेंडुलकर अपने शतक की ओर पहुंच रहे थे, तब पॉल कॉलिंगवुड की गेंद पर टॉफेल ने उन्हें आउट दे दिया। टीवी रिप्ले में साफ दिख रहा था कि वह गेंद ऑफ स्टंप से एक इंच दूर थी।
टॉफेल ने कहा, अगली सुबह मैदान पर जाते हुए मैं सचिन के पास से निकल रहा था। मैं वहां सचिन के पास आया और उनसे कहा, देखो कल मैं गलत था, आपको पता है? मैंने इसे देखा और खुद को गलत पाया।
इसके बाद सचिन ने कहा, देखो साइमन, मुझे पता है आप एक अच्छे अंपायर हैं, आप अकसर गलतियां नहीं करते हैं, ठीक है अब इसे लेकर चिंता मत कीजिए।
साइमन ने कहा, मैं अपनी गलती के लिए सचिन से माफी नहीं मांग रहा था कि इससे वह या मैं बेहतर महसूस करें। बस यह इसलिए था कि हम दोनों वहां अपना-अपना काम बेहतर कर रहे थे। मुझे मालूम है कि इस निर्णय से वह खुश नहीं थे और मैं उन्हें यह भरोसा दिलाना चाहता था यह दोबारा नहीं होगा।
उन्होंने कहा, इसके बाद हम दोनों की एक दूसरे के प्रति सम्मान बहुत बढ़ गया। मैंने सचिन को सिर्फ वहीं गलत आउट नहीं दिया। इसके बाद भी एक-दो मौकों पर ऐसी गलतियां हुईं। लेकिन इसके बावजूद हमारी एक दूसरे के प्रति विश्वास, सम्मान और हमारे रिश्तों में शुद्धता बनी रही।
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