शिल्पा शेट्टी ने अपने शुरुआती दिनों को याद किया है और बताया कि बॉलिवुड में एंट्री का सफर उनका कैसा रहा था। शिल्पा ने इस बातचीच में बताया कि कैसे वह कैमरे को फेस करने से डरती थीं और शाहरुख ने उन्हें कौन सी बात कह दी, जसने उनके इस डर को हमेशा के लिए खत्म कर दिया।
मेरी पहली फिल्म थी गाता रहे मेरा दिल और इस फिल्म में मेरे को-स्टार थे रॉनित रॉय। जान तेरे नाम के बाद रॉनित रॉय इंडस्ट्री में काफी पॉप्युलर थे। इस फिल्म में रॉनित रॉय के अलावा उनके छोटे भाई रोहित रॉय भी थे। रोहित के साथ मैंने इंट्रोडक्शन सीन शूट किया। मेकर्स ने एक अखबार में मेरे क्लोजअप पिक्चर के साथ इस डेब्यू का अनाउंसमेंट किया था, लेकिन फिल्म रिलीज़ ही नहीं हो पाई। इसके बाद फिल्म बाजीगर ने मुझे पहचान दिलाई, जिसमें मेरे ऑपोजिट थे शाहरुख खान, जिनकी मैं फौजी सीरियल के दिनों से ही फैन हूं।
शिल्पा शेट्टी ने कहा, मैंने पहली बार- ऐ मेरे हमसफर… गाने में कैमरा को फेस किया। यूनिट के सभी लोग अपने-अपने होटेल रूम से रजाइयां और बेडशीट्स लोकेशन पर उठा लाए थे। इगतपुरी में उस वक्त मौसम काफी ठंडा था और 8 डिग्री टेम्प्रेचर था और मैं पतली सी सलवार-कमीज में कांप रही थी, क्योंकि मुझे इसका बिल्कुल भी आइडिया नहीं था कि यहां इतनी ठंडक होगी।
उन्होंने बताया, तब मैं केवल 17 साल की थी। कॉलेज सी सीधे निकलकर आई थी, हालांकि मुझे काफी लड़के पसंद करते थे, लेकिन मैंने किसी को भी पहले गले नहीं लगाया था। मैं बिल्कुल भोली सी थी। सौभाग्य से मुझे इस गाने में नर्वस दिखना था और मेरा लुक इस मौके पर काम कर गया।
शिल्पा ने बताया, मुझे यह भी नहीं पता था कि लिप सिंक कैसे होता है और अपने पहले सीन में कैमरे की तरफ पीठ किए खड़ी थी। कोरियॉग्रफर रेखा चिन्नी प्रकाश चिल्लाने लगीं और कट कहा कि शॉट में मेरे बाल बीच में डिस्टर्ब कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, शाहरुख का शुक्र है कि वह मुझे उस वक्त साइड लेकर गए और कहा कि कैमरा ही मेरी ऑडियंस है और यदि वह खूबसूरत एक्सप्रेशंस देंगी भी तो किसी को नहीं दिखेगा। उनकी इतनी सी सलाह को मैंने गांठ बांधकर रख लिया।
उन्होंने इस बारे में आगे कहा, सच कहूं तो मैंने सोचा ही नहीं था कि मैं इतने लंबे समय तक चल पाउंगी। उन्होंने कहा कि उन्हें फिल्मों से प्यार हुआ फिल्म धड़कन से। डायरेक्टर धर्मेश दर्शन और फिर रेवती के साथ फिर मिलेंगे जैसी फिल्मों के बाद उन्हें ऐक्टिंग से प्यार हो गया।
शिल्पा का कहना है कि इससे पहले तो वह केवल फऩ के लिए काम कर रही थीं। इसके बाद फिल्मों में उनकी डिमांड भी बढ़ गई और मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी ने उन्हें जैकपॉट दिला दिया। इसके बाद अपनी कमाई से उन्होंने बड़ी कार, बड़ा घर जैसे अपने सपने को पूरा किया।
शिल्पा ने कहा, शुक्र है कि उस वक्त की ऑडियंस ज्यादा दयालु थी। जब मैं अपनी पुरानी फिल्मों में अपने बाल और मेकअप देखती हूं तो मेरा मन होता है कुर्सी के नीचे छिप जाऊं।