लखनऊ, आकाशवाणी लखनऊ में आज वृक्षारोपण अभियान उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि पेड़ वाले बाबा आचार्य चन्द्र भूषण तिवारी थे, जिन्होंने 11 लाख पेड़ लगाने का संकल्प ले रखा है और अब तक 7 लाख से ज्यादा पेड़ लगा चुके हैं।
पेड़ वाले बाबा ने इस अवसर पर पर्यावरण की सुरक्षा के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने का आह्वान किया और कहा कि वृक्ष लगाने से ही सभी सुरक्षित रह सकते हैं। इसीलिये हमलोग फल खाएं और उनके बीज जमीन में रोपित कर दें। यही बीज आगे चलकर हमारे वरदान साबित होंगे। इन्हीं से बड़े पेड़ तैयार होंगे जो हमारे पर्यावरण को संतुलित बनाए रखेंगे। हमारा भविष्य तभी सुरक्षित है जब पेड़ सुरक्षित हैं। पेड़ों से अच्छा मित्र कोई नहीं है। कार्यक्रम में आए अतिथियों का स्वागत करते हुए आकाशवाणी लखनऊ की सहायक निदेशक (कार्यक्रम) श्रीमती रश्मि चौधरी ने महान कवि सुमित्रा नंदन पंत की कविता ‘यह धरती कितना देती है’ का उद्धरण दिया-
मैंने कौतूहल आंगन के कोने की
गीली तह यों ही उंगली से सहलाकर
बीज सेम के दबा दिये मिट्टी के नीचे
भू के अंचल में मणि-माणिक बाँध दिये हो
मैं फिर भूल गया इस छोटी-सी घटना को,
और बात भी क्या थी याद जिसे रखता मन!
किन्तु, एक दिन जब मैं सन्ध्या को आँगन में
टहल रहा था,- तब सहसा, मैने देखा
उसे हर्ष-विमूढ़ हो उठा मैं विस्मय से!
देखा-आँगन के कोने में कई नवागत
छोटे-छोटे छाता ताने खड़े हुए हैं!
छाता कहूँ कि विजय पताकाएँ जीवन की,
या हथेलियाँ खोले थे वे नन्हीं प्यारी-
जो भी हो, वे हरे-हरे उल्लास से भरे
पंख मारकर उड़ने को उत्सुक लगते थे-
डिम्ब तोड़कर निकले चिडियों के बच्चों से!
अपने बचपन की यह पसंदीदा कविता सुनाते हुए श्रीमती रश्मि ने सबसे इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए ज्यादा से ज्यादा संख्या में पेड़ लगाने और उनकी हिफाजत करने की अपील की।
इस अवसर पर आकाशवाणी लखनऊ की कार्यक्रम प्रमुख सुश्री मीनू खरे ने वृक्ष की तुलना शिव से की और कहा कि जिस तरह से शिव ने समुद्र मंथन से निकला विष खुद धारण कर पूरे संसार को बचा लिया, उसी तरह वृक्ष भी पर्यावरण का सारा विष लेकर हमें ऑक्सीजन के रूप में शुद्ध प्राणवायु देते हैं। सुश्री मीनू ने इस मौके पर हाइकु भी सुनाएः
1. मित्र हैं वृक्ष
साँसों के हस्ताक्षर
धरा के वक्ष
2. मैंने पूछा
कौन-सा रंग है तेरा ओ धरा
उसने कहा-हरा
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आकाशवाणी लखनऊ के केन्द्राध्यक्ष श्री वलीउल्लाह खान ने वृक्षारोपण के महत्व के प्रकाश डालते हुए कहा कि आज के समय में वृक्ष से अच्छा कोई मित्र नहीं है। ये न केवल हमारी रक्षा करते हैं बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक सुरक्षित भविष्य का निर्माण करते हैं।
पर्यावरण में आज जिस तरह से प्रदूषण बढ़ता जा रहा है ऐसे में हमारा सबसे बड़ा दायित्व यही बनता है कि हम ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाकर पर्यावरण को बचाएं। इस अवसर पर वृक्षमित्रों श्री लालधर एवं श्री बृजभान तथा स्वच्छता मित्रों श्री कृष्ण कुमार एवं श्री कुन्दन का सम्मान वृक्ष संरक्षण एवं स्वच्छ वातावरण हेतु किए गए सराहनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पर्यावरण सम्बन्धित लेखन कार्यक्रम एवं वृक्षारोपण जागरुकता संबंधी गायन कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। समारोह के आखिर में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए आकाशवाणी लखनऊ के सहायक निदेशक (कार्यक्रम) डॉ महेन्द्र पाठक ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। अगर समय रहते हमने उचित कदम नहीं उठाए, तो स्थितियां गंभीर हो सकती हैं। ऐसी स्थिति में हमारे सच्चे साथी अगर कोई हैं तो वे हैं वृक्ष। इसलिए फिलहाल हम यही कर सकते हैं कि अपने इस मित्र की संख्या बढ़ाते जाएं। कार्यक्रम का संचालन एफएम रैनबो चैनल की आरजे श्रीमती अंजू शुक्ला ने किया।
इस वृक्षारोपण अभियान के मुख्य संयोजक कार्यक्रम अधिशासी डॉ सुशील कुमार राय थे। समारोह में आकाशवाणी लखनऊ के क्षेत्रीय समाचार एकांश के प्रमुख श्री दिलीप शुक्ल, आकाशवाणी लखनऊ के सहायक निदेशक (कार्यक्रम) श्री दिनेश गोस्वामी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी श्री के एम रस्तोगी, कार्यक्रम अधिशासी (समन्वय) श्री अतिश कुमार श्रीवास्तव, कार्यक्रम अधिशासी श्री अवधेश प्रताप सिंह, कार्यक्रम अधिशासी श्री संजय पाण्डेय, कार्यक्रम अधिशासी डॉ नगेन्द्र सिंह रघुवंशी, कार्यक्रम अधिशासी सुश्री मधु सनवाल, कार्यक्रम अधिशासी श्री वी के श्रीवास्तव, कार्यक्रम अधिशासी श्रीमती अनामिका श्रीवास्तव, कार्यक्रम अधिशासी सुश्री ममता उपाध्याय, कार्यक्रम अधिशासी श्री अशोक कुमार गुप्ता, कार्यक्रम अधिशासी श्री चन्द्र प्रकाश, पीबीएनएस प्रभारी श्री सुधांशु पटेल एवं आकाशवाणी लखनऊ के समस्त कर्मचारी उपस्थित थे।