गाजियाबाद , दिल्ली से लखनऊ जा रही शताब्दी एक्सप्रेस में आज सुबह अचानक आग लग गई। ट्रेन की लगेज बोगी में आग लगने से हर तरफ हड़कंप मच गया। ट्रेन में आग लगने की सूचना पर तत्काल दमकल विभाग को जानकारी दी गई। घटना की वजह से पिछले एक घंटे से अधिक समय से ट्रेन को गाजियाबाद स्टेशन पर रोक कर रखा गया है।
सूचना पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ट्रेन में लगी आग पर काबू पाने के प्रयास में जुटा है। दमकलकर्मियों ने करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि सुबह सात बजे सूचना मिली कि शताब्दी एक्सप्रेस में आग लगी है। तत्काल 6 गाडिय़ा मौके पर भेजी गई। आग ट्रेन के सबसे पिछली बोगी जनरेटर व लगेज यान में लगी थी।
तत्काल बोगी को ट्रेन के अन्य हिस्से से अलग करके आग बुझाने की काम शुरू किया गया। आग से दोनों दरवाजे खुले नहीं रहे थे। उन्हें तोड़कर आग पर काबू पा लिया गया है। गनीमत यह रही कि आग लगने की इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है।
इससे पहले 13 मार्च को भी दिल्ली-देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस में आग लगने की घटना हुई थी। हरिद्वार-देहरादून रेल खंड में जंगल के बीच 13 मार्च को दोपहर में दिल्ली-देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस (02017) के कोच सी-5 में आग लग गई थी। आग लगने की घटना से यात्रियों में हड़कंप मच गया था। इस दौरान किसी ने चेन खींचकर ट्रेन रोक दिया। सूचना पर पहुंचे रेलवे स्टाफ और वनकर्मियों ने कोच को ट्रेन से अलग किया।
जब तक फायर ब्रिगेड के छह वाहन कोच में लगी आग बुझा पाते, इस कोच में सवार यात्रियों का सारा सामान राख हो गया। इस कोच में 35 यात्री सवार थे। घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बाद में इस ट्रेन के सभी यात्रियों को रेलवे ने शुरुआती बोगियों में समायोजित कर देहरादून पहुंचाया।
बताया गया कि लोको पायलट ने आग बढऩे से पहले ही इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन जंगल के बीच में ही रोक दी। तत्काल कोच सी-5 को खाली कराया गया। इसके साथ ही कोच को ट्रेन से अलग कर अन्य कोचों को सुरक्षित बचा लिया गया।