[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]
एशियन गेम्स 2018 का नौवां दिन एथलेटिक्स में भारत के लिए सफलता से भरा रहा. भारत ने एथलेटिक्स के मुकाबलों में सोमवार को एक स्वर्ण और तीन रजत पदक जीते. भारत के लिए स्वर्ण पदक पुरुष वर्ग की जैवलिन थ्रो इवेंट में नीरज चोपड़ा ने 88.06 मीटर का थ्रो फेंककर जीता. भारत के लिए एथलेटिक्स के तीन रजत 400 मीटर बाधा दौड़ में धारुन अय्यासामी, महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेस इवेंट में सुधा सिंह और महिलाओं की लांग जंप में नीना वरकिल ने जीते. फाइनल रेस में धारुन अय्यासामी ने 48.96 सेकेंड का समय निकालते हुए दूसरा स्थान हासिल किया जबकि सुधा ने 9:40.03 के समय के साथ रजत अपने नाम किया. भारत एशियन गेम्स में अब तक आठ स्वर्ण सहित 41 मेडल जीत चुका है. उधर, बैडमिंटन के सिंगल्स वर्ग में सिंधु ने फाइनल में स्थान बनाकर स्वर्ण या रजत पदक सुनिश्चित कर लिया है. दूसरी ओर, साइना नेहवाल को सेमीफाइनल में हारकर कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा.सिंधु का फाइनल में चीनी ताइपे की ताई जु यिंग से मुकाबला होगा.केनाइंग के पुरुष TBR 1000 m इवेंट में 4:54.198 के समय के साथ भारत को पांचवें स्थान पर रहना पड़ा. भारत को रेपचेज राउंड में जाना पड़ा हालांकि इस राउंड में भारत ने दूसरे स्थान पर रहते हुए सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया. हॉकी के महिला वर्ग के पूल बी के मुकाबले में भारत ने थाईलैंड को आसानी से 5-0 से हराया. मैच में भारत की रानी रामपाल ने तीन गोल दागे.
नीरज चोपड़ा ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करते हुए सोमवार को एशियन गेम्स के नौवें दिन में पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया. नीरज ने अपनी सर्वश्रेष्ठ थ्रो 88.06 मीटर की फेंकी और स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया. नीरज ने यह सोने का तमगा पांच में से दो प्रयासों में विफलता के बाद भी हासिल किया। यह भारत का नौवें दिन का पहला स्वर्ण पदक है. रजत पदक जीतने वाले चीन के किझेन लियू 82.22 मीटर की थ्रो फेंक कर दूसरे स्थान पर तो वहीं पाकिस्तान के नदीम अरशद ने 80.75 की सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंक कांस्य पदक हासिल किया. नीरज ने अपने पहले प्रयास में 83.46 मीटर की थ्रो फेंकी. वहीं उनका दूसरा प्रयास फाउल हो गया. तीसरे प्रयास में उन्होंने 88.06 मीटर की थ्रो फेंक अपना स्वर्ण पक्क कर लिया था और हुआ भी यही. उनकी इस थ्रो के बाद कोई भी खिलाड़ी उनके आस-पास नहीं भटक सका. चौथे प्रयास में नीरज ने 83.25 मीटर की दूरी मापी. उनका आखिरी प्रयास भी फाउल रहा लेकिन इससे नीरज के स्वर्ण पदक पर कोई असर नहीं पड़ा. इससे पहले, भारत के धारुण अय्यासामी ने सोमवार को पुरुषों की 400 मीटर बाधा दौड़ स्पर्धा के फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ देते हुए रजत पदक पर कब्जा किया. सोमवार को हुई फाइनल रेस में धरुण ने 48.96 सेकेंड का समय निकालते हुए दूसरा स्थान हासिल किया. भारत के संतोष कुमार तमिलारसन 49.66 सेकेंड का समय निकालते हुए पांचवां स्थान हासिल किया. स्वर्ण पदक कतर के अब्देररहमान सांबा के नाम रहा जबकि जापान के ताकातोशी अबे को कांस्य से संतोष करना पड़ा. अब्देररहमान ने 47.66 और ताकातोशी ने 49.12 सेकेंड में रेस पूरी की. एथलेटिक्स में सुधा सिंह ने महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेस स्पर्धा के फाइनल में रजत पदक पर कब्जा जमाया. सुधा ने नौ मिनट 40.03 सेंकेंड में दूरी तय करते हुए दूसरा स्थान हासिल किया.2010 के एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली सुधा एक समय स्वर्ण पदक की दौड़ में थी लेकिन बहरीन की विनफ्रेड यावी ने आखिरी समय में उनको पीछे छोड़ दिया. विनफ्रेड ने नौ मिनट 36.52 सेकेंड का समय निकालते हुए स्वर्ण पदक जीता. कांस्य पदक पर वियतनाम की थि ओन्ह गुयेन ने नौ मिनट 43.83 सेकेंड का समय निकला. भारत की एक और धावक चिंता 11वें स्थान पर रहीं. उन्होंने 10 मिनट 26.21 सेकेंड का समय निकाला.भारत की अनु राघव और जौना मुर्मू एशियन गेम्स 2018 में 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल पदक से चूक गईं. फाइनल रेस में अनु चौथे पायदान पर रहीं जबकि जौना को संयुक्त रूप से पांचवां स्थान मिला.
पीवी सिंधु ने सोमवार को महिला सिंगल्स इवेंट के फाइनल में प्रवेश कर लिया. उन्होंने सेमीफाइनल मुकाबले में अपनी पुरानी प्रतिद्वंद्वी जापान की अकाने यामागुची को मात देकर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई, जहां उनका सामना चीनी ताइपे की ताइ जु यिंग से होगा. भारतीय खिलाड़ी सिंधु ने एक घंटे और पांच मिनट तक चले मुकाबले में वर्ल्ड नम्बर-2 यामागुची को 21-17, 15-21, 21-10 से हराया. पहले ही गेम से ही दोनों के बीच बराबरी की टक्कर देखी गई. अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी के खेल से परिचित सिंधु ने इसका फायदा उठाते हुए उनके खिलाफ स्कोर 8-8 से बराबर किया और इसके बाद 13-9 से बढ़त ले ली.वर्ल्ड नम्बर-3 भारतीय खिलाड़ी ने यामागुची पर इस बढ़त को बनाए रखा और अंत में पहला गेम 22 मिनटों के भीतर 21-17 से अपने नाम कर लिया. दूसरे गेम में भी दोनों को बराबरी का संघर्ष करते देखा गया. हालांकि, अपने कद का फायदा उठाते हुए सिंधु बढ़त हासिल करने की कोशिश कर रही थी. यामागुची अपनी फुर्ती से सिंधु को उनके हर हमले का जवाब दे रही थी. रियो ओलिंपिक की रजत पदक विजेता सिंधु ने यामागुची की गलतियों का फायदा उठाया और उनके खिलाफ 10-6 की बढ़त हासिल कर ली. यहां जापान की खिलाड़ी ने वापसी की और सिंधु पर दबाव बनाते हुए 12-10 की बढ़त हासिल कर ली और 22 मिनट में सिंधु को 21-15 से हराकर दूसरे गेम जीतकर 1-1 से बराबरी कर ली. सिंधु ने तीसरे गेम में यामागुची पर अपना दबाव बनाने की कोशिश करते हुए 9-4 की बढ़त बनाई. जापानी खिलाड़ी के खिलाफ इस बढ़त को बनाए रखते हुए सिंधु ने तीसरा गेम 21-10 से जीता. इस हार के कारण यामागुची को कांस्य से संतोष करना पड़ा. इससे पहले, भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल को महिला सिंगल्स के सेमीफाइनल मुकाबले में हार मिली. इस हार के कारण वह फाइनल में स्थान बनाने से चूक गईं. हालांकि, उन्हें कांस्य पदक हासिल हुआ है. साइना का एशियाई खेलों में यह पहला पदक है.साइना को सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की खिलाड़ी ताई जु यिंग ने सीधे गेमों में 21-17, 21-14 से मात दी.