[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]
मुम्बई , दूरसंचार सेवा प्रदान करने वाली देश की प्रमुख कंपनी भारती एयरटेल की रिलायंस जियो के आने के बाद बढ़ी गलाकाट प्रतिस्पर्धा और वित्तीय लागत बढऩे के कारण चालू वित्त वर्ष की 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में आमदनी 65 फीसदी घटकर 118.8 करोड़ रुपये रह गयी। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी की आमदनी 343 करोड़ रुपये रही थी।
कंपनी द्वारा गुरूवार को यहां जारी वित्तीय परिणाम के आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य अवधि में उसका शुद्ध लाभ 586.1 करोड़ रुपये से 57 फीसदी घटकर 249.2 करोड़ रुपये रह गया है। इस अवधि में कंपनी की वित्तीय लागत 28 फीसदी बढ़कर 2,326.6 करोड़ रुपये से 2,985.8 करोड़ रुपये हो गयी है।
आलोच्य तिमाही में कंपनी का कुल राजस्व 0.5 फीसदी बढ़कर 20,422 करोड़ रुपये हो गया। भारतीय कारोबार में कंपनी का राजस्व 3.6 प्रतिशत घटकर 14,920 करोड़ रहा है जबकि अफ्रीका के कारोबार में राजस्व 10.8 प्रतिशत बढ़ा है।प्राइस वॉर के कारण समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का मोबाइल राजस्व 7.2 प्रतिशत घटा है जबकि डिजिटल टीवी राजस्व 9.3 प्रतिशत की तेजी के साथ 10 अरब रुपये के पार पहुंच गया है। एयरटेल बिजनस में भी 22.8 प्रतिशत की तेजी रही है।
डाटा की बढ़ती मांग के कारण डाटा ट्रैफिक इस अवधि में तीन गुणे से भी अधिक बढ़कर 2,660 अरब एमबी हो गया है जबकि गत वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह आंकड़ा 784 अरब एमबी रहा था। मोबाइल 4जी डाटा ग्राहकों की संख्या भी 2.83 करोड़ से 13.22 करोड़ रुपये हो गयी।