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लखनऊ, 14 फरवरी 2019 । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि देश में लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया है। भाजपा सरकारें केन्द्र की हों या राज्य की लगातार विपक्ष के नेताओं के प्रति विद्वेषपूर्ण कार्यवाहियां कर रही है। समाजवादी पार्टी के नेताओं के खिलाफ संगीन धाराओं में फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए हैं। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमले हो रहे हैं और संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। छात्रों-नौजवानों से तो भाजपा इतनी डरी हुई है कि उसे मेरी इलाहाबाद विश्वविद्यालय की यात्रा से ही कंपकंपी लगने लगी। राज्य सरकार ने मान लिया है कि कानून व्यवस्था बनाए रखना उसके वष की बात नहीं। हद तो तब हो गयी जब छात्र-छात्राओं को सिर्फ काला झण्डा दिखाने भर से ही गम्भीर धाराओं में जेल में डाल दिया जाता है।
अखिलेश ने आईपीएन को दिए बयान कहा कि नौजवानों के साथ तो भाजपा सरकार का रवैया दुश्मनों जैसा है। हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा करने वाली भाजपा सरकार में फरवरी 2019 तक बेरोजगारी 8.3 प्रतिशत तक बढ़ गई है। नौजवानों का भविष्य अंधकारमय है। नोटबंदी जीएसटी से व्यापार चौपट है। किन्तु भाजपा, उसके फायदे गिनाकर लोगों को झूठे आंकड़ों से बहकाना चाहती है। उसके विकास में रोजगार नहीं आता है। भाजपा झूठ और फरेब की राजनीति करने में अव्वल है। भाजपा सरकारों ने न सिर्फ नौजवानों के सपनों को तोड़ा है बल्कि उनके भविष्य को भी अंधकार में धकेल दिया है।
अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन कर भाजपा के सामने मजबूत चट्टान खड़ी कर दी है। चूंकि लखनऊ के रास्ते से ही चलकर दिल्ली का दरवाजा खुलता है इसलिए उत्तर प्रदेश की भूमिका आगामी लोकसभा चुनावों में निर्णायक रहेगी। समाजवादी पार्टी की चुनावी रणनीति के कारण भाजपा की दिल्ली से बेदखली तय है।