NEWS FLASHलखनऊ

शिवनादर यूनिवर्सिटी ने 2019 के अपने अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम के लिए आवेदन आमंत्रित किए

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]
लखनऊ 14 मई  201  राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शिव नादर यूनिवर्सिटी निजी क्षेत्र में भारत के अग्रणी विस्तृतए शोध.केंद्रित बहुविषयक विश्वविद्यालयों में से एक है। इस विश्वविद्यालय ने आज 2019 के एकेडेमिक सत्र के लिए सभी अंडरग्रेजुएट कार्यक्रमों के लिए प्रवेश की घोषणा की। इच्छुक विद्यार्थी  वेबसाइट पर उपलब्ध फॉर्म भरकर जमा करें। आवेदन की अंतिम तिथि 4 जून 2019 है। विद्यार्थियों को प्रवेश उनके 12 वीं कक्षा के परिणामों एसएनयूसैट और एकेडेमिक प्रोफिशियंसी टेस्ट ;एपीटी के आधार पर दिया जाएगा। प्रवेश परीक्षाओं ;एसएनयूसैट और एपीटीद्ध में बैठने की अंतिम तिथि 9 जून 2019 है।

शहर में एक प्रेस इवेंट में डाॅ राजीव कुमार सिंह असिस्टेंट डीन ऑफ अंडरग्रेजुएट स्टडीज शिव नादर यूनिवर्सिटी ने कहा कि हमारा निरंतर प्रयास है कि हम विद्यार्थियों को उनके चयनित विषय में संपूर्ण ज्ञान दें और संबंधित संकायों की विस्तृत जानकारी भी। 21 वीं सदी में पृथक रूप से पढ़ाए गए विषय विद्यार्थी की रचनात्मक स्वतंत्रताए क्रिटिकल थिंकिंग और प्राॅब्लम साॅल्विंग का कौशल खत्म कर देते हैं। एक शोध आधारित विश्वविद्यालय के रूप में हम ष्लर्निंग बाय डूइंगष् और अपने विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण कौशल प्रदान करने पर बल देते हैंए जो कभी भी पुराना नहीं होता।
हाल ही में जारी किए गए नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क ;एनआईआरएफ जिसका प्रकाशन भारत सरकार ने किया में शिव नादर यूनिवर्सिटी को ष्विश्वविद्यालयष् श्रेणी में 52 वां पायदान मिला। यह विश्वविद्यालय एमएचआरडी द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ समिति द्वारा चयनित किया गया और इसे भारत सरकार ने ष्इंस्टीट्यूशन आॅफ एमिनेंसष् ;उत्कृष्टता के संस्थानद्ध का दर्जा दिया।
शिव नादर फाउंडेशन द्वारा सहयोग प्राप्तए शिव नादर यूनिवर्सिटी एनसीआर प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को उनकी आर्थिक पृष्ठभूमि से पृथक एक समान अवसर प्रदान करने में यकीन रखती है। इसलिए यह यूनिवर्सिटी सभी विद्यार्थियों को उनके कक्षा 12वीं के अंकों के आधार पर पहले साल स्काॅलरशिप प्रदान करती हैए जो हर साल उनके सीजीपीए स्कोर के आधार पर जारी रहती है। इसके अलावाए यह यूनिवर्सिटी विशेष स्काॅलरशिप भी देती हैए जो निम्नलिखित है
गिफ्टेड स्टूडेंट स्काॅलरशिप यह स्काॅलरशिन हर बोर्ड में कक्षा 12 में सर्वोच्च 10 अंकधारकोंए जेईई ;एडवांस्ड में सर्वोच्च 500 अंकधारकों इंस्पायर फैलोए सैट परफेक्ट अंकधारकों और किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना ;केवीपीवाई फैलोशिप धारकों को दी जाती है। चयनित विद्यार्थियों को संपूर्ण प्रोग्राम में कम से कम 6ण्50 की सीजीपीए बनाकर रखने पर एडमिशन शुल्कए ट्यूशन फीसए होस्टलए मेस एवं लाॅन्ड्री शुल्क में 100 प्रतिशत छूट मिलती है।
रूरल स्टूडेंट स्काॅलरशिपरू यह स्काॅलरशिप ग्रामीण और सुविधाओं से वंचित पृष्ठभूमि के विलक्षण प्रतिभा वाले विद्यार्थियों को दी जाती है। यह योजना एडमिशन शुल्कए ट्यूशन फीसए होस्टलए मेस और लाॅन्ड्री शुल्क में 100 प्रतिशत छूट देती है।
शिव नादर यूनिवर्सिटी एनसीआर ने विशेष कोर्सों के लिए विदेशों की अग्रणी यूनिवर्सिटीज़ जैसे डेकिन यूनिवर्सिटीए यूनिवर्सिटी आॅफ कैलिफोर्निया बर्कलेए यूनिवर्सिटी आॅफ मिशिगनए यूनिवर्सिटी आॅफ क्वींसलैंड के साथ साझेदारी की है। इसलिए विद्यार्थी एक सेमस्टर या एक पूरा एकेडेमिक साल अंतर्राष्ट्रीय यूनिवर्सिटी में बिता सकते हैं और उन्हें लर्निंग का व्यवहारिक व अंर्तराष्ट्रीय अनुभव प्राप्त हो सकता है। यह यूनिवर्सिटी इस साल 13 नए अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के साथ अतिरिक्त साझेदारी कर रही हैए जिनमें द न्यूयार्क यूनिवर्सिटीए जर्मनी की हेडेलबर्ग यूनिवर्सिटीए स्वीडन की गोटेनबर्ग यूनिवर्सिटी आदि शामिल हैं।
2019 में यूनिवर्सिटी से 500 से ज्यादा विद्यार्थी ग्रेजुएट होंगे और इनमें से 91 प्रतिशत विद्यार्थी अग्रणी संगठनों में पहले ही प्लेस किए जा चुके हैं। इस संगठनों में एडोब सिस्टम्सए कैपजेमिनीए काॅग्निजैंटए सिस्कोए एचसीएलए जे़राॅक्सए राॅयल एनफील्डए गोल्डमैन सैश्स आदि शामिल हैं। इस साल कैंपस प्लेसमेंट के दौरान दिया जाने वाला सर्वाधिक वेतन का पैकेज 31ण्05 रुण् प्रतिवर्ष था। शेष 9 प्रतिशत विद्यार्थियों ने मशहूर अंर्तराष्ट्रीय यूनिवर्सिटीज़ में अपनी उच्च शिक्षा जारी रखने का विकल्प चुना।

Aamawaaz

Aam Awaaz News Media Group has been known for its unbiased, fearless and responsible Hindi journalism since 2018. The proud journey since 3 years has been full of challenges, success, milestones, and love of readers. Above all, we are honored to be the voice of society from several years. Because of our firm belief in integrity and honesty, along with people oriented journalism, it has been possible to serve news & views almost every day since 2018.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button