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लखनऊ। यूपी के 75 जिलों में शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत बेसिक स्कूलों में एडमिशन के लिए बुधवार को आॅनलाइन लॉटरी निकाली गई। राइटवॉक संस्था की फाउंडर समीना बानो ने बताया कि राजधानी के सर्वोदय नगर इलाके में रहने वाले छ: वर्षीय पलक के लिए स्कूल जाना किसी सपने के सच होने जैसा था। लॉटरी में नाम आने के बाद अब पलक स्कूल जा पाएगी और पढ़ लिखकर अपने सपनों को सच कर सकेगी। पलक की तरह ही दुर्बल आय वर्ग के अनेक बच्चों के लिए अब निजी स्कूलों में पढ़ने का सपना सच हो गया है। लॉकडाउन खुलने के बाद स्कूलों में नवीन सत्र से इनके एडमिशन की प्रक्रिया पूरी होगी।खुद बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने सोशल मीडिया हैंडल पर आॅनलाइन मौजूद रहकर लॉटरी की घोषणा की। इसके तहत 71 हजार 203 फार्म की लॉटरी निकाली गई। इसमें सर्वाधिक आवंटन लखनऊ जिले में हुए। यहां 8784 नौनिहालों की लॉटरी निकली, जिससे निजी स्कूलों में उनके एडमिशन का रास्?ता साफ हो गया है। इसके बाद दूसरे नंबर पर वाराणसी में 7970 सीटों पर लॉटरी घोषित की गई। इसी तरह कानपुर नगर में 3121, गौतमबुद्धनगर में 3100 और मुरादाबाद में 1846 सीटों पर लॉटरी घोषित की गई। इस मौके पर बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि हमारा मकसद है कि इस पूरी प्रक्रिया को पेपर लेस कर दिया जाए। बगैर कागजी कार्रवाई के विद्यालयों को यह मैसेज भेजा जा रहा है कि वह बीएसए कार्यालय से पूर्व की भांति आवंटन चिट्ठी की मांग न करें और बच्चों को पोर्टल से मिली उनकी आवंटन चिट्ठी और संबंधित कागज लेकर प्रवेश प्रकिया पूरी कर लें। अगर बच्चे के कागज में कोई कमी निकले तो स्कूल बीएसए आफिस से संपर्क कर मामले की जांच करवा सकते हैं।