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नईदिल्ली , भारत में कोरोना वायरस का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. देश में बुधवार रात तक कोविड-19 के 2.85 लाख केस सामने आ चुके हैं. इनमें से करीब 8 हजार लोगों की मौत हो चुकी है. देश में सबसे ज्यादा मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं. इसके बाद गुजरात और दिल्ली में जानें गई हैं. अगर हम शहरों के हिसाब से देखें तो मुंबई ने सबसे अधिक लोग खोए हैं. इसके बाद अहमदाबाद और दिल्ली में मौतें हुई हैं. लेकिन हम जैसे-जैसे इन आंकड़ों की परतें खोलते हैं तो सिक्के और दूसरे पहलू भी दिखते हैं. जैसे कि मुंबई ने भले ही सबसे अधिक जानें गंवाई हों, लेकिन डेथ रेट में अहमदाबाद पहले नंबर पर है.
भारत में कोरोना वायरस के कारण सबसे बुरी स्थिति महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली की है. महाराष्ट्र में 3200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. गुजरात में 1300 लोग जान गंवा चुके हैं. दिल्ली 900 मौत का आंकड़ा पार कर चुकी है. महाराष्ट्र और गुजरात में सबसे बुरी स्थिति यहां के सबसे बड़े शहरों मुंबई और अहमदाबाद की है.
महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली में कितने लोग कोरोना से संक्रमित हैं? कितने लोगों की जांच हो चुकी है? कितने लोगों की मौत हो चुकी है? आबादी के लिहाज से कहां सबसे अधिक खतरा है? आठ जून के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना की जांच के मामले में दिल्ली सबसे बेहतर स्थिति में हैं, जबकि गुजरात बुरी स्थिति में है. दिल्ली में प्रति 10 लाख की आबादी में 13,053 लोगों की जांच हुई है. इस मामले में महाराष्ट्र (5198) दूसरे और गुजरात (4172) तीसरे नंबर पर है.
मुंबई, अहमदाबाद और दिल्ली में कितने लोगों की मौत हो चुकी है? डेथ रेट कहां ज्यादा है यानी, आबादी के लिहाज से कहां सबसे अधिक खतरा है? इन सवालों के जवाब में मुंबई और अहमदाबाद का नाम आता है. मुंबई में देश के किसी भी शहर से ज्यादा मौतें हुई हैं. लेकिन डेथ रेट में अहमदाबाद सबसे आगे है. आठ जून तक के आंकड़ों के मुताबिक अहमदाबाद में प्रति 10 लाख की आबादी में 182 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. मुंबई में डेथ रेट 88 और दिल्ली में 45 है. यानी, अहमदाबाद का डेथ रेट दिल्ली से चार गुना से भी ज्यादा है.