[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]
[ad_1]
ओमप्रकाश राजभर का भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष से मिलना ये बताता है कि राजनीति में कोई भी, कहीं भी जा सकता है… और सियासी भाषा में इसे ही महत्वाकांक्षा कहा गया है… ओमप्रकाश राजभर पिछले कई दिनों से भाजपा को कोस रहे थे… भाजपा की हर नीति, हर फैसला उन्हें बेकार लग रहा था…लेकिन वो मानने को तैयार हो गए हैं कि अगर उनकी शर्तों को माना गया, तो भाजपा से दोस्ती करने में देर नहीं करेंगे… ओमप्रकाश राजभर वैसे तो ओवैसी के सियासी दोस्त हैं, लेकिन दिल्लगी भाजपा से निभा रहे हैं…
[ad_2]
Source link