[ad_1]
Priyanka Gandhi in Agra: आगरा में सफाईकर्मी अरुण बाल्मीकि की पुलिस हिरासत में मौत का मामला गरमा गया है. बुधवार दोपहर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी अरुण वाल्मीकि के परिवारीजनों से मिलने के लिए लखनऊ से आगरा की तरफ बढ़ी तो उन्हें एक्सप्रेस वे पहुंचने से पहले ही रोक लिया गया. इस पर प्रियंका के साथ चल रहे प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत अन्य नेताओं ने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी. कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता सड़क पर ही बैठ गए. रास्ता जाम हो गया. पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रियंका को समझाने की कोशिश की लेकिन वह आगरा जाने की बात पर अड़ी रहीं. करीब 3 घंटे तक सड़क पर हंगामा और धरना-प्रदर्शन चलता रहा. इसके बाद प्रियंका को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया गया. पुलिस अधिकारियों का कहना था कि आगरा में धारा 144 लागू है और वहां का माहौल भी संवेदनशील है, इसलिए प्रियंका गांधी को अरुण के अंतिम संस्कार के बाद सिर्फ चार लोगों के साथ ही जाने दिया जाएगा. शाम करीब 5 बजे प्रियंका गांधी चार लोगों के साथ आगरा रवाना हो गईं.
हिरासत में ली गईं प्रियंका
प्रियंका दोपहर करीब डेढ़ बजे हजरतगंज स्थित अपने आवास कौल हाउस से आगरा के लिए निकली थीं. करीब 15 मिनट बाद उनका काफिला लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पहुंचा तो पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया. एडीसीपी सेंट्रल राजेश कुमार श्रीवास्तव ने प्रियंका से कहा कि आगरा में प्रशासन ने धारा 144 लागू कर रखी है और वहां इतनी भीड़ लेकर नहीं जा सकते. इस पर प्रियंका ने उनसे आदेश पत्र मांगा. एडीसीपी ने अपने मोबाइल फोन पर ही उन्हें आगरा के डीएम का धारा 144 से संबंधित आदेश दिखाया. हालांकि, प्रियंका आगरा जाने की बात पर अड़ी रहीं. इसे लेकर काफी देर तक उनकी पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों से बहस भी हुई. इस बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू और अन्य नेता नारेबाजी करने लगे. कार से उतरकर सभी पैदल एक्सप्रेस वे की तरफ चल दिए तो अधिकारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की. इस पर काफी देर तक कांग्रेसियों से खींचतान और धक्का-मुक्की होती रही. प्रियंका गांधी वापस कार में बैठ गईं और आगरा न जाने देने पर धरना व विरोध प्रदर्शन का ऐलान कर दिया. करीब 3 घंटे तक कांग्रेसी सड़क पर ही बैठकर हंगामा और धरना प्रदर्शन करते रहे. इसके बाद पुलिस ने प्रियंका गांधी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू, आचार्य प्रमोद कृष्णन समेत अन्य नेताओं को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया. यहां भी कांग्रेसियों ने जमकर हंगामा और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. शाम करीब 5 बजे प्रियंका गांधी को चार अन्य लोगों के साथ आगरा जाने की अनुमति दी गई.
स्कूली बच्चियों को गले लगाकर बोलीं, लड़ना है, लड़ सकती हूं…
प्रियंका गांधी का काफिला रोके जाने की खबर सुनकर इलाकाई लोगों की भीड़ जुड़ गई. तमाम महिलाएं प्रियंका गांधी की एक झलक देखने के लिए उतावली हो कर एक्सप्रेस वे की तरफ दौड़ी चली आईं. स्कूली बच्चियां भी प्रियंका से मिलने की कोशिश करने लगीं. प्रियंका ने कार से उतर कर महिलाओं को गले लगाया और उनसे बातचीत की. उनके साथ फोटो खिंचाई. स्कूली बच्चियों के साथ भी उन्होंने सेल्फी ली. उन्होंने स्कूली बच्चियों से एक दिन पहले ही महिलाओं को टिकट में 40 प्रतिशत आरक्षण देने वाले स्लोगन लड़की हूं, लड़ सकती हूं… लड़ना है… कहलवाया. इससे पहले लखीमपुर हिंसा के पीड़ित परिवार के सदस्यों को भी प्रियंका ने गले लगाया था जिसके फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे.
लड़कियों को मोबाइल फोन देने की मांग घोषणा पत्र में डलवाऊंगी
स्कूली छात्राओं के साथ फोटो खिंचावाते हुए प्रियंका गांधी ने एक छात्रा से पूछा कि मोबाइल फोन है. इस पर छात्रा ने जवाब दिया कि उसके पास मोबाइल फोन नहीं है. प्रियंका ने कहा, मोबाइल फोन होना चाहिए तो सभी लड़कियां बोली, हां, होना चाहिए. प्रियंका ने कहा, इसे घोषणापत्र में डलवा दूं… लड़कियों ने जोश में हां कहा तो प्रियंका बोलीं, ठीक है. लड़कियों को मोबाइल फोन मिलना चाहिए, यह बात घोषणापत्र में डलवा देती हूं.
सरकार डरती है इसलिए मुझे पीड़ितों से मिलने नहीं देती
प्रियंका ने कहा कि, मेरे किसी पीड़ित से मिलने पर सरकार डरती क्यों है. सरकार हर बार मुझे लखनऊ से बाहर किसी पीड़ित से मिलने के लिए जाने पर रोक देती है. उन्होंने कहा कि पुलिस लॉ एंड आर्डर की बात कहकर हमेशा मुझे रोक देती है. पहले क्यों नहीं बताया कि लखनऊ और आगरा में धारा 144 लागू है. जब बॉर्डर पर पहुंच गई, तब बता रहे हैं. प्रियंका ने कहा कि लोकतंत्र है और इसमें लोगों की समस्याएं उठाना हमारा काम है. सरकार को इससे डरना नहीं चाहिए. सरकार को खुश होना चाहिए कि कोई जा रहा है. सुनवाई हो रही है. उनका यह एटीट्यूड होना चाहिए. डरती क्यों है सरकार. प्रियंका ने कहा कि वह हर हाल में आगरा जाएंगी और पीड़ित परिवार से मिलेंगी.
ये भी पढ़ें.
यूपी में रात 11 से सुबह 6 बजे तक लगने वाला कोविड कर्फ्यू खत्म, योगी सरकार ने जारी किया आदेश
[ad_2]
Source link