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Siddharthnagar News: यूपी की सिद्धार्थनगर सीमा पर यूरिया और डीएपी खाद की तस्करी बढ़ गई है. पिछले पखवाड़े के बीच तस्करी तेज हो गई है. इस दौरान 250 से अधिक क्विंटल खाद सीमा पार ले जाने की कोशिश करते समय एसएसबी और सीमावर्ती थानों की पुलिस द्वारा पकड़ी जा चुकी है. अगर इसी प्रकार से खाद की तस्करी हुई तो किसानों को खाद के संकट से जूझना पड़ेगा. भारत-नेपाल की 68 किलोमीटर सीमा पूरी तरह से खुली है. यहां बिना रोक-टोक के लोग इस पार से उस पार आते-जाते हैं. इस सुविधा का दुरुपयोग तस्कर करते चले आ रहे हैं. ये भारत और नेपाल में डिमांड और वस्तु की कमी के हिसाब से तस्करी करते हैं. मौजूदा समय में सीमा पर यूरिया और डीएपी खाद की तस्करी बढ़ी है. सुबह और शाम ढलते ही तस्कर खाद सीमा पार ले जाने का काम शुरू कर देते हैं.
आंकड़ों पर नजर डालें तो एक पखवाड़े में एसएसबी और पुलिस अब तक 250 क्विंटल से अधिक खाद सीमापार ले जाने की कोशिश करते हुए पकड़ चुकी है. एक व्यक्ति जिसका नाम अमन गुप्ता बताया जा रहा है, आज 42 बोरी खाद इफको के डीलर से बिना किसी कागज के यूरिया की तस्करी घोड़ा गाड़ी के द्वारा चिल्हिया थाना क्षेत्र के मंझरिया चौराहे के निकट मिला. गाड़ी चालक से पूछने पर उसने बताया कि खाद हम गौरा ह्न्नाना के दुकान से ला रहे हैं और बजहा ले जाएंगे और इस खाद का कोई रशीद भी नहीं है. खाद बजहा गांव निवासी अमन गुप्ता का है. उन्होंने दुकानदार से 42 बोरा खाद लिया है और ना ही आधार कार्ड दिया, ना ही कोई कागज दिया. हम लोगों लादकर इसको बजहा पहुंचा रहे हैं.
द्कानदारों पर लगा ये आरोप
जहां किसान एक-एक बोरी यूरिया के लिए परेशान है तो वही तस्करों के लिए कोई रोक टोक नहीं है. आरोप है कि तस्करों के पास कागजात न हो तो भी ये दुकानदार बेधड़क यूरिया दे देते हैं और तस्करों से मोटा माल वसूल करते हैं. जब वहीं जिला अधिकारी दीपक मीणा से इस मामले में बात कि ही तो उन्होंने कहा कि अगर जनपद में इस तरह की सूचना मिलती है तो तस्कर के साथ- साथ दुकानदार पर भी FIR दर्ज की जाएगी. उसका लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा.
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