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तम्बौर (सीतापुर)।इस वक्त पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के कारण तबाही मची हुई है और अब तक न जाने कितने लोग इस महामारी से मौत का निशाना बन गये है। विनास का यह सिलसिला रोजाना गति पकड़ता ही जा रहा है। धार्मिक स्थलों पर भी इबादत पूजा अर्चना करने से रोक दिया गया है तथा मुसलमानों के चल रहे सबसे पवित्र महीने रमजान में मस्जिदों के अंदर तरावीह की नमाज पढने से भी लोग वंचित हैं। इन हालातों को देखते हुए मौलाना अबुल कलाम आजाद एजुकेशनल सोसाइटी के प्रबंधक सैय्यद मो. रेहान, पब्लिक जूनियर हाईस्कूल के वॉयस प्रबन्धक दिलनवाज गौरी, समाजसेवी खालिद मंसूरी, समाजसेवी, हसीब खान, समाजसेवी फराज अहमद, समाजसेवी जावेद असद, समाजसेवी सुहैल असद ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से इस वर्ष सादगी से ईद का पर्व मनाने की अपील की है। लगभग बावन दिनों से चल रहे लॉकडाउन के कारण अनेकों गरीब और परेशान लोग भुखमरी के कगार पर आ चुके हैं और आगे भी इस लॉकडाउन की श्रंखला का खत्म होने का कोई अनुमान भी नहीं की यह कब तक चलती रहे और आने वाले दिनों में अल्लाह न करें। किसी और मुशीबत व परेशानी का सामना करना पड़े कुछ भी कहा नहीं जा सकता। ऐसी स्थिति में मुसलमानों के आने वाले सबसे ज्यादा खुशी के पर्व ईद की नमाज की अनुमति मिलना भी लगभग नामुमकिन नजर आ रहा है। इन सब हालातों को देखते हुए मौलाना अबुल कलाम आजाद एजुकेशनल सोसायटी के प्रबंधक सैय्यद मो. रेहान ने देश के मुस्लिम समुदाय के लोगों से आने वाली ईद पर महंगी और कीमती शॉपिंग तथा खरीदारी करने को न तो बुद्धिमता बताया है और न ही उपयुक्त बताया है। उन्होंने बहुत प्यार के साथ इस वर्ष ईद के पर्व को पूर्ण रूप से सादगी से मनाने और ईद पर खर्च होने वाले रुपयों को बचा कर इससे गरीब, मजदूर और बेसहारा लोगों की दिल खोलकर मदद करने को कहा उन्होंने ने कहा कि इस आपदा के समय में गरीबों की मदद करके निश्चित आप सबको सच्ची खुशी हासिल होगी और यही आपकी असली ईद होगी।