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म्यांमार की सेना को हथियार मुहैया कराने वालों पर कनाडा ने लगाए प्रतिबंध, कहा- चुप नहीं रह सकते

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ग्लोबल अफेयर्स कनाडा ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि म्यांमार में सैन्य अधिकारियों को हथियार मुहैया कराने के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों और संस्थाओं पर कनाडा प्रतिबंध लगा रहा है. बयान में कहा गया, “कनाडा विशेष आर्थिक उपाय (Burma) विनियमों के तहत उन व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ लक्षित प्रतिबंध लगा रहा है जो म्यांमार में सैन्य शासन को हथियार और सैन्य उपकरण खरीदने तथा आपूर्ति करने के लिए जिम्मेदार हैं.”

कनाडा के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने अमेरिका और ब्रिटेन की सरकारों के साथ समन्वय से अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा कि ‘कनाडा म्यांमार के लोगों के साथ खड़ा है. जब तक यह शासन मानव जीवन पर क्रूरता जारी रखता है, हम चुप नहीं रह सकते हैं और न ही रहेंगे.’ जॉली ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से म्यांमार की सेना पर अपने ही लोगों पर घातक हमलों को रोकने के लिए अधिक दबाव डालने का आह्वान किया.

सेना ने किया सस्ता पर कब्जा, अधिकारियों को जेल में डाला
म्यांमार की सेना ने पिछले साल फरवरी में एक आपातकालीन स्थिति में सत्ता हस्तांतरण के संवैधानिक तंत्र का उपयोग करते हुए सत्ता पर कब्जा कर लिया था. सेना ने प्रमुख सरकारी अधिकारियों को आम चुनाव में धांधली का आरोप लगाने के बाद गिरफ्तार कर लिया, और बाद में एक नया प्रशासन नियुक्त किया.

सेना ने तख़्तापलट के बाद सैकड़ों नागरिकों को मार डाला
तख़्तापलट करने के बाद म्यांमार की सेना ने अपने ही सैकड़ों नागरिकों को मार डाला. इनमें दर्जनों बच्चे भी शामिल हैं. वहां की जनता तख़्तापलट के ख़िलाफ़ सड़क पर विरोध के लिए उतरी तो सेना ने बर्बरता से उन्हें कुचल दिया. असिस्टेंस असोसिएशन फ़ॉर पॉलिटिकल प्रिज़नर्स (बर्मा) के मुताबिक, फरवरी 2021 में तख़्तापलट करने के बाद से सेना ने 1,500 से ज़्यादा लोगों को मारा था.

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