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<p>इमरान खान के 45 मिनट के भाषण का सच यही था. आई, मी, माइसेल्फ यानी सिर्फ मैं ही मैं. और इसी मैं-मैं की वजह से इमरान की सत्ता जा रही है. ये तय माना जा रहा है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के तौर पर इमरान की आज आखिरी रात होगी. और ये भाषण उनका आखिरी भाषण बताया जा रहा है. जिसने भी इमरान खान का कल का भाषण सुना, उसने यही कहा कि ये उनकी फेयरवेल स्पीच लग रही थी, क्योंकि इमरान के भाषण में इमोशन भी था, एक्शन भी, चालाकी भी और अगले चुनाव की तैयारी भी. इमरान अमेरिका की कथित धमकी पर खुद को सियासी शहीद करना चाहते थे. इसीलिए पूरी तैयारी से आए थे.अपनी स्पीच में अमेरिका का नाम लिया. और फिर ऐसा दिखावा किया कि जैसे गलती से नाम निकला हो.</p>
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