Kabul Drone Attack: अफगानिस्तान में बीते महीने हुए अमेरिका के ड्रोन हमलों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. इससे पहले अपने ड्रोन हमलों का बचाव करते हुए पेंटागन ने कहा था कि इन हमलों में उन्होंने ISIS के आतंकियों का भारी नुकसान पहुंचाया है, वहीं शुक्रवार को पेंटागन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इन हमलों में मारे गए सभी 10 लोग आम अफगान नागरिक ही थे.
ड्रोन हमले में मारे गए थे 10 नागरिक
दरअसल 29 अगस्त को काबुल में हुए ड्रोन हमले में 10 अफगान नागरिकों की मौत हो गई थी. जिसे लेकर पेंटागन ने कहा था कि इस हमले में उन्होंने ISIS के चरमपंथी आतंकियों को मारने में सफलता पाई है. वहीं अब अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड जे ऑस्टिन III ने अपनी गलती मानते हुए माफी मांगी है.
US Defence Secretary Lloyd J Austin III apologizes for the drone strike that killed 10 Afghan civilians in Kabul on August 29
(File photo) pic.twitter.com/55luR8I086
— ANI (@ANI) September 17, 2021
अमेरिका ने मानी अपनी गलती
उनका कहना है कि पेंटागन में हुई अंदरूनी जांच में पता चला है कि 29 अगस्त को किए गए ड्रोन हमले में जिन लोगों की मौत हुई वह सभी आम नागरिक ही थे. हालांकि इस ड्रोन हमले के चार दिन बाद ही अमेरिका ने यह दावा किया था कि उनका ड्रोन हमला सफल रहा था और उन्होंने ISIS के चरमपंथियों का अपना निशाना बनाया था.
अपने पक्ष में नहीं पेश कर सका सबूत
इसके बाद मीडिया को अमेरिका के बयान पर हुए शक के बाद यह बात सामने आई कि जिस गाड़ी को अमेरिकी ड्रोन ने अपना निशाना बनाया था उसे अमेरिकी मानवीय संगठन का कर्मचारी चला रहा था. वहीं खबरों में इस बात का भी दावा किया गया है कि पेंटागन अपने उस दावे के पक्ष में कोई सबूत पेश नहीं कर सका जिसमें कहा गया था कि गाड़ी में विस्फोटक सामग्री रखी हुई है.
इसे भी पढ़ेंः
Amit Shah On AIMIM: तेलंगाना में अमित शाह बोले- बीजेपी मजलिस से नहीं डरती, हम तुष्टिकरण की राजनीति नहीं करते