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Ukraine तनाव पर नहीं मिला कोई ठोस समाधान, फ्रांस और रूस की वार्ता रही नाकाम

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Ukraine-Russia Standoff: यूक्रेन संकट गहराता जा रहा है और अभी तक इस मसले का कोई ठोस हल नहीं निकल पाया है. इस बीच यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ बैठकर मॉस्को में वार्ता की. फ्रांस ने रूस से जंग की आशंका को खत्म कर आपसी विश्वास बहाली को कायम करने के लिए आग्रह किया है तो रूस ने भी यूक्रेन में नाटो (NATO) सेना की घुसपैठ की शंकाओं को दूर करने की शर्त रखी. हालांकि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद इमैनुएल मैक्रों ने दावा करते हुए कहा है कि रूस यूक्रेन सीमा पर तनाव को और आगे नहीं बढ़ाने के लिए तैयार हो गया है. साथ ही कहा कि आने वाला वक्त इस क्षेत्र और मसले को लेकर बेहद अहम रहने वाले हैं.

यूक्रेन तनाव के बीच इमैनुएल मैक्रों और व्लादिमीर पुतिन में वार्ता

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से यूक्रेन के मसले पर तनाव कम करने का आग्रह किया. उन्होंने तनाव कम करने के लिए चर्चा को संभावित पहला कदम बताते हुए कहा कि संवाद जरूरी है क्योंकि मेरे विचार में यही एक बात है जिससे यूरोपीय महाद्वीप पर सुरक्षा और स्थिरता कायम करने में मदद मिलने की उम्मीद है. मैक्रों ने कहा कि वो सभी अहम मुद्दों पर एक प्रभावी प्रतिक्रिया देने के लिए इस मौके को पाकर खुश हैं. वहीं व्लादिमीर पुतिन ने यूरोपीय सुरक्षा को लेकर फ्रांस की भूमिका की सराहना की है.

जंग होने पर यूक्रेन की मदद के लिए अमेरिका तैयार

बता दें कि अपने पड़ोसी देश यूक्रेन में नाटो (NATO) की दखलंदाजी से नाराज रूस ने सीमा के पास भारी सैन्य तैनाती की है, जिसमें एक लाख से ज्यादा सैनिक, टैंक, तोप लड़ाकू विमान और मिसाइलें तक शामिल हैं. रूस के इस कदम से अमेरिका समेत उसके सहयोगी घबराए हुए हैं. अमेरिका (America) दावा कर रहा है कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर आक्रमण कर क्रीमिया की तरह यूक्रेन के एक बड़े हिस्से पर कब्जा जमा सकता है. इसलिए अमेरिका और यूरोप में उसके तमाम सहयोगी देश युद्घ की तैयारी में जुटे हैं. अमेरिका हथियारों और सैनिकों (US Troops) के साथ यूक्रेन की मदद के लिए तैयार दिख रहा है. उधर रूस भी बेलारूस जैसे अपने मित्र देशों के साथ युद्धाभ्यास कर अमेरिका को आंखें दिखा रहा है. 

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