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होम-क्वारंटाइन में पत्नी से लड़ाई के बाद आदिवासी ने लगाई फांसी

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सिमडेगा, लॉकडाउन के दौरान केरल से लौटकर आए सिमडेगा के रहने वाले एक आदिवासी ने आत्महत्या कर ली. सिमडेगा के कुरडेग थाने के बरटोली गांव में खुदकुशी करने वाले महावीर बैगा (30) के बारे में बताया गया कि बीवी से लड़ाई के बाद पेड़ में फांसी लगाकर उसने आत्महत्या कर ली है. परिजनों के मुताबिक वह इसी महीने 2 जून को केरल से लौटकर आया था. उसके बाद प्रशासन ने उसे होम-चरंटाइन में रहने को कहा.
महावीर के भाई मनपूर्ण बैगा ने बताया कि 10 जून सरना पूजा में शामिल होने गया था. वहां से लौटकर घर आया तो नशे में था. घर में किसी बात पर पत्नी से उसका विवाद हो गया. पत्नी का आरोप है कि महावीर ने पहले उसका गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की, लेकिन वह किसी तरह जान बचाकर भाग गई. दूसरे दिन सुबह जब महावीर की पत्नी घर लौटी तो देखा कि उसका पति घर के पीछे स्थित पेड़ में फांसी से लटका हुआ है. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.
परिजनों की जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी मोहन बैठा ने आदिवासी के शव को पेड़ से उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा. पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुटी है. पुलिस को मनपूर्ण बैगा ने बताया कि रात में पत्नी से लड़ाई-झगड़े के बाद ही महावीर ने पेड़ से लटक कर खुदकुशी कर ली. घरवालों को इस बारे में सुबह पता चला.
इधर, कुरडेग थाना प्रभारी मोहन बैठा ने बताया कि पुलिस आदिवासी की आत्महत्या की जांच-पड़ताल कर रही है. चूंकि वह होम-चरंटाइन में था, इसलिए घटना के सभी बिंदुओं की पड़ताल की जा रही है. वहीं, कुरडेग के बीडीओ मृत्युंजन कुमार ने कहा कि केरल से लौटने के बाद प्रवासी महावीर बैगा को प्रशासन की तरफ से 25 दिनों की राहत सामग्री दी गई थी. हर दिन उसकी खोज-खबर भी ली जा रही थी. इस बीच पत्नी से किस विवाद को लेकर उसने फांसी लगा ली, पुलिस इसकी जांच कर रही है.

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